नीम करोली बाबा, को प्यार से “महाराज जी” बोलते थे, नीम करोली जी भारतीय आध्यात्मिकता के महान संत थे। भले ही इनका देहांत हो गया हो किन्तु फिर भी अपने भक्तों के हृदय में जीवित हैं। महाराज जी का जीवन चमत्कारों और दिव्यता से भरा था । इन्होने लोगो के भलाई के लिए अनेक बार अपने दिव्या शक्ति का प्रयोग किया है, तो चलिए आज हम इस लेख के माध्यम से, (Neem Karoli Baba ki Mrityu Kaise Hui) नीम करोली बाबा की मृत्यु कैसे हुई, उनकी अदुभुत लीलाएं, और नीम करोली बाबा के चमत्कारों पर चर्चा करते है ।
नीम करोली बाबा की मृत्यु कैसे हुई? (Neem Karoli Baba ki Mrityu Kaise Hui)
सबसे पहले बात करते है की नीम करोली बाबा की मृत्यु कैसे हुई थी । नीम करोली बाबा ने 11 सितंबर, 1973 को वृंदावन में आखरी साँस ली थी । महारज जी ने अपने भगतो को पहले ही संकेत कर दिया कि उनका समय आ चुका है। 9 सितंबर को दिल्ली में अचानक से उनका स्वास्थय ख़राब हो गया । इसके बाद नीम करोली बाबा ने अपने शिष्यों को बोला की मुझे वृंदावन ले चलो । वृंदावन पहुंचने के बाद बाबा ने भगवद्गीता का पाठ किया और धीरे-धीरे ध्यान में लीन हो गए और अपनी सांसों को रोक लिया था। और उस दिन से बाबा जी हमारे बीच नहीं रहे ।
नीम करोली बाबा की अद्भुत लीला (Neem Karoli Baba ki Adbhut Leela)
नीम करोली बाबा के जीवन में कई अद्भुत लीलाएं हुईं है , जिन्हें आज भी उनके भक्त चमत्कार की दृष्टि से देखते हैं।
- ट्रेन रुकने की लीला
बाबा एक बार बिना टिकट के ट्रेन में सफर कर रहे थे । तो उस दौरान उनको टीटी ने नीचे उतार दिया था । उनके निचे उतरते ही ट्रेन का चलना बंद हो गया था, लेकिन जब बाबा ट्रैन में पुनः बैठे तभी ट्रेन चली थी ।
2. अदृश्य उपस्थिति
बाबा के भगतो ने दावा किया है कि संकट के दौरान नीम करोली बाबा जी ने भौतिक रूप से प्रकट होकर लोगो की मदद की थी ।
3. चिकित्सा चमत्कार
ऐसा भी माना गया है की बाबा के आशीर्वाद से अनेक मर्ज का इलाज हो जाता था ।
नीम करोली बाबा के चमत्कार क्या है (Neem Karoli Baba ke Chamatkar kya hai)
नीम करोली बाबा जी ने अपने जीवन में कई चमत्कार किये है, जो निम्नलिखित हैं:
- अपने भक्तों को अनाज, धन, और जरूरत की वस्तुएं बिना स्रोत के दिए थे, जो एक चमकत्कार है ।
- जो भगत उनके द्वारा हनुमान जी की पूजा करता है, उसके जीवन से दुःख समाप्त हो जाया करता था ।
- बाबा के अनुपस्थिति में भी भगतो के कष्ट दूर हो जाया करता था ।
नीम करोली बाबा का मंत्र और प्रार्थना क्या है ? (Neem Karoli Baba Mantra)
नीम करोली बाबा के भक्त उनको प्रसन करने के लिए श्रीराम जय राम जय जय राम मंत्र का जाप करते थे । यह मंत्र बाबा की शिक्षाओं का सार है। भक्ति और शक्ति का भी प्रतीक है।
नीम करोली बाबा की प्राथर्ना कैसे करे ?
- बाबा जी की फोटो के आगे दीपक या अगरबत्ती जलाएं।
- आप बाबा जी प्रार्थना के दौरन “हनुमान चालीसा” और “रामायण” का पाठ पढ़ सकते है।
- बाबा जी के साथ अपने दुःख और इछाओ को सच्चे मन से शेयर करे ।
नीम करोली बाबा की समाधि कहाँ है?
नीम करोली बाबा की समाधि कैंची धाम आश्रम में स्थित है। यह आश्रम उत्तराखंड के नैनीताल में है जोकि अब विश्वभर में भक्तों के लिए तीर्थस्थल बन गया है। जून में हर साल यहां पर मेला लगता है, जिस दौरान लाखों भक्त इस मेले में आते हैं।
नीम करोली बाबा क्यों प्रसिद्ध हैं?
नीम करोली बाबा एक साधारण जीवन व्यतीति करते थे इस दौरान इन्होने अनेक चमत्कार किये है। बाबा जी भगतो की लिस्ट में बड़े बड़े नेता व् विश्व के हस्तिया शामिल है जैसे की स्टीव जॉब्स, मार्क ज़करबर्ग और जूलिया रॉबर्ट्स। बाबा जी ने सदा हनुमान जी की भक्ति पर ध्यान केंद्रित किया है ।
नीम करोली बाबा के आश्रम कहाँ कहाँ है ? (Neem Karoli Baba Ashram Kahan Hai )
नीम करोली बाबा के आश्रम निम्न जिलों में हैं:
बाबा जी के प्रशिद्ध 3 आश्रम है जिनमे कैंची धाम आश्रम यह उत्तराखंड, वृंदावन आश्रम उत्तर प्रदेश और लखनऊ आश्रम यह उत्तर प्रदेश में स्थित है ।
नीम करोली बाबा की जन्म कुंडली क्या है?
1900 में उत्तर प्रदेश के अकबरपुर गांव में नीम करोली बाबा जी का जन्म हुआ था। इनका असली नाम लक्ष्मी नारायण शर्मा है। बाबा जी की कुंडली के अनुसार, अध्यात्म और भक्ति में अत्यधिक रुचि रखने वाले महान व्यक्ति थे । बाबा का बचपन से समाज सेवा की झुकाव था।
निष्कर्ष
Neem Karoli Baba ki Mrityu Kaise Hui आज के इस लेख में हमने बाबा जी के बारे में कुछ जरुरी बातें की है भले ही बाबा की मृत्यु हो गयी हो परन्तु आज भी उनकी उपस्थिति आज भी महसूस करी जा सकती है । बाबा जी के लिए सभी बच्चे एक सामान थे । इसलिए उन्हें आज भी पूजा जाता है ।